सौरव गांगुली ने बताया क्यों शुभमन गिल को भारत का वनडे कप्तान बनाना सही फ़ैसला है!

टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने शुभमन गिल को वनडे कप्तान बनाए जाने के फैसले का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि यह “एक उचित निर्णय है और बिल्कुल भी गलत नहीं।”

गांगुली का मानना है कि रोहित शर्मा को वनडे कप्तानी से हटाने का फैसला संभवतः उनसे बात करके और उनकी सहमति से ही लिया गया होगा।

गिल ने इंग्लैंड दौरे पर अपना पहला टेस्ट सीरीज बतौर कप्तान खेला, जहाँ पाँच मैचों की सीरीज़ ड्रॉ रही। गुरुवार को कोलकाता में गांगुली ने कहा, “मुझे लगता है ये फैसला रोहित से बात करके ही लिया गया होगा। बाहर से जो दिख रहा है उससे यही लगता है… अंदर क्या बात हुई, वो नहीं पता। कहीं न कहीं मुझे लगता है ये सही निर्णय है। रोहित खेलते रह सकते हैं और इसी बीच आप एक युवा कप्तान को तैयार कर सकते हैं। इसमें कोई समस्या नहीं दिखती।”

भारत 19 अक्टूबर से ऑस्ट्रेलिया में तीन वनडे खेलेगा और 29 अक्टूबर से पाँच टी20 की सीरीज़ शुरू होगी।

अजीत आगरकर की चयन समिति की नज़र 2027 के दक्षिण अफ्रीका वर्ल्ड कप पर भी है, जहाँ विराट कोहली की उम्र 38 और रोहित शर्मा की 40 साल होगी।

गांगुली ने आगे कहा, “मुझे यकीन है कि रोहित से बात की गई होगी। इसे ‘सैक’ कहना सही नहीं होगा। ये आपसी चर्चा ही होगी। पिछले दो साल में उसने (रोहित ने) टी20 वर्ल्ड कप जीता, चैंपियंस ट्रॉफी जीती। परफ़ॉर्मेंस को लेकर कोई सवाल नहीं।”

उन्होंने उम्र को मुख्य कारण बताया: “2027 वर्ल्ड कप में वो 40 साल के होंगे। वह टी20 नहीं खेल रहे, तो 2026 का इंडिया वर्ल्ड कप में नहीं खेलेंगे। 2027 आएगा तब 40 की उम्र खेल में बड़ी होती है। उन्होंने काफी क्रिकेट खेला है। इसलिए ये गलत फैसला नहीं है। आगे जाकर गिल को भी 12-13 हज़ार रन बनाने के बाद इसी स्थिति का सामना करना पड़ेगा। खेल में हर किसी का अंत तय है—चाहे वो फेडरर हो, सैमप्रास, नडाल या मराडोना।”

गांगुली ने यह भी कहा कि रोहित और विराट को घरेलू क्रिकेट खेलना पड़ेगा और टीम में उनकी जगह भविष्य में उम्र व प्रदर्शन तय करेगा।

उन्होंने कहा, “40 साल बहुत होता है। ये इस पर निर्भर करेगा कि वो कितना फिट रहते हैं, कितना क्रिकेट खेलते हैं और कितने रन बनाते हैं। सिर्फ एक फॉर्मेट खेलना आसान नहीं। हाँ, आईपीएल खेलेंगे लेकिन वो भी दो महीने का ही है। फिटनेस और प्रदर्शन पर सब निर्भर होगा। जो भी मौका मिलेगा, उन्हें घरेलू क्रिकेट खेलना होगा।”

“क्रिकेट ऐसा खेल है जिसमें लगातार खेलना पड़ता है वरना टच और फॉर्म चली जाती है। उन्हें घरेलू क्रिकेट खेलना ही होगा। अगर वो खेलते रहेंगे और परफ़ॉर्म करेंगे, तो भारत के लिए खेलेंगे,” गांगुली ने कहा।

इंग्लैंड में पाँच टेस्टों में गिल ने 754 रन बनाए, जिसमें चार शतक शामिल थे। यह भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज़ में किसी भी बल्लेबाज़ का सर्वाधिक स्कोर है। उन्होंने 1990 में ग्राहम गूच के 752 रन और 1978-79 में वेस्टइंडीज़ के खिलाफ सुनील गावस्कर के 732 रन का रिकॉर्ड तोड़ दिया।

गांगुली ने गिल की कप्तानी की तारीफ करते हुए कहा, “अभी बहुत जल्दी है। इंग्लैंड दौरे पर वह कमाल के रहे। मैंने पूरी पाँच टेस्ट मैचों की सीरीज़ देखी। जिस तरह उन्होंने खेला और कप्तानी की, वह शानदार थी।”

“इसीलिए उन्हें भविष्य के लिए वनडे कप्तान बनाया गया है। खिलाड़ी और कप्तान—दोनों रूप में उनमें बहुत क्षमता है,” उन्होंने बात खत्म की।