
हाल ही में बने भारत के वनडे कप्तान शुभमन गिल ने साफ कहा कि सीनियर खिलाड़ियों विराट कोहली और रोहित शर्मा को 2027 वर्ल्ड कप की योजनाओं से बाहर नहीं किया जा सकता। गिल के मुताबिक दोनों खिलाड़ियों का अनुभव और क्षमता टीम के लिए अब भी अमूल्य है।
गिल, जिन्होंने बेहद सफल कप्तान रोहित शर्मा की जगह वनडे कप्तानी संभाली है, यह भी बोले कि वह टीम के भीतर वैसी ही दोस्ताना माहौल बनाना चाहेंगे जैसा रोहित ने अपने चार साल के कार्यकाल में बनाया था। 26 वर्षीय गिल पहले से ही भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान हैं।
सेलेक्टर अजीत अगरकर ने हाल की प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस सवाल पर अनुमानित जवाब दिया था, लेकिन गिल ने बिना झिझक स्पष्टता दिखाई।
गिल ने कहा, “बिलकुल शामिल हैं। जितने मैच रोहित भाई और विराट भैया ने भारत को जिताए हैं, वैसे बहुत कम खिलाड़ी हैं। दुनिया में भी बहुत कम ऐसे प्लेयर होते हैं जिनके पास इतना स्किल, क्वॉलिटी और अनुभव हो. इस लिहाज़ से मैं बहुत खुश हूं।”
विराट 36 साल के हैं और रोहित 38 साल के। दोनों ने टेस्ट और टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है, इसलिए अब उनका भारतीय टीम में दिखना कम हो गया है। 19 से 25 अक्टूबर तक ऑस्ट्रेलिया में होने वाली तीन मैचों की वनडे सीरीज में दोनों खेलेंगे।
गिल ने बताया कि उन्हें अपनी कप्तानी की जानकारी सेलेक्टरों की आधिकारिक घोषणा से कुछ दिन पहले ही दे दी गई थी, जब वेस्टइंडीज के खिलाफ अहमदाबाद टेस्ट जीता गया था।
उन्होंने कहा, “मैं इस फॉर्मेट में देश का नेतृत्व करने को लेकर बेहद उत्साहित हूं। पिछला कुछ समय मेरे लिए जबरदस्त रहा है, लेकिन मैं भविष्य पर फोकस रखना चाहता हूं।”
गिल ने आगे कहा कि वह अतीत में क्या हासिल कर चुके हैं, उस पर नहीं रुकना चाहते।
“मैं ज़्यादा से ज़्यादा वर्तमान में रहना चाहता हूं। आने वाले महीनों में जो टूर्नामेंट हैं, उनमें जीत ही लक्ष्य है।”
शुभमन गिल, जिन्हें ऑल-फॉर्मेट कप्तानी के अगले दावेदार के तौर पर भी देखा जा रहा है, ने माना कि कभी-कभी मानसिक थकान महसूस होती है।
उन्होंने कहा, “शारीरिक रूप से तो ज़्यादातर फिट महसूस करता हूं लेकिन लगातार खेलने से मानसिक थकान होती है। खुद से जो उम्मीदें होती हैं, उन्हें पूरा करना कभी-कभी चुनौती बन जाता है।”
गिल ने कहा कि वह तीनों फॉर्मेट में खेलना चाहते हैं और भारत के लिए आईसीसी ट्रॉफी जीतना चाहते हैं, इसलिए यह चुनौती स्वीकार करनी ही होगी।
गिल की कप्तानी की शुरुआत गौतम गंभीर के हेड कोच बनने के साथ मेल खाती है। कप्तान और कोच के बीच तालमेल को लेकर उन्होंने कहा:
“हमारी बॉन्डिंग बहुत अच्छी है। बातचीत हमेशा इस बात पर होती है कि प्लेयर्स को ज़्यादा सुरक्षित महसूस कैसे कराया जाए और हम कौन-से कॉम्बिनेशन आज़मा सकते हैं।”
गिल के मुताबिक, कोच और टीम मैनेजमेंट की योजना है कि 15–18 खिलाड़ियों का एक कोर ग्रुप तैयार किया जाए, जिनमें से लगातार खिलाड़ियों को चुना जाए।
तेज़ गेंदबाज़ों को लेकर भी वे दोनों एक खास रणनीति पर काम कर रहे हैं।
“हमारे पास अच्छे पेसर्स का पूल है। हमें उन्हें रोटेट करते रहना होगा ताकि साउथ अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया या न्यूज़ीलैंड के टूर पर उन्हें मौके मिलें।”
जब गिल से पूछा गया कि वह किस तरह के कप्तान हैं – योजनाबद्ध या इंस्टिंक्टिव – तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा: “सर, ये सवाल मेरे साथी खिलाड़ी ज़्यादा बेहतर जवाब दे पाएंगे!”








