शुभमन गिल ने रोहित शर्मा और विराट कोहली के साथ अपने रिश्ते पर दिया बयान!

सोशल मीडिया पर पिछले कुछ हफ्तों से चल रही तमाम अफवाहों के बीच, भारत के नए वनडे कप्तान शुभमन गिल का कहना है कि विराट कोहली और रोहित शर्मा के साथ उनका रिश्ता पहले जितना ही मजबूत है। गिल का यह भी मानना है कि मैच के दौरान किसी मुश्किल में होने पर वह बिना झिझक दोनों सीनियर खिलाड़ियों से सलाह ले सकते हैं।

रोहित शर्मा की जगह गिल को भारत का नया वनडे कप्तान बनाया गया है। उनकी कप्तानी की पहली परीक्षा रविवार से पर्थ में शुरू होने वाली ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज है।

मैच से पहले स्वान नदी के किनारे आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में गिल ने तमाम सवालों का जवाब दिया।

गिल ने कहा, “बाहर एक नेरेटिव चलाया जाता है, लेकिन रोहित भैया के साथ मेरे रिश्ते में कोई बदलाव नहीं आया है। जब भी मुझे कुछ पूछना होता है, वो हमेशा मदद करते हैं—चाहे पिच को लेकर इनपुट लेना हो या कुछ और।”

उन्होंने आगे कहा, “मैं जाकर पूछता हूँ—‘आप कप्तान होते तो क्या करते?’ विराट भैया और रोहित भैया के साथ मेरा बहुत अच्छा इक्वेशन है और वो कभी सुझाव देने में हिचकते नहीं हैं।”

25 साल के गिल जानते हैं कि उन्होंने बहुत बड़े खिलाड़ियों की जगह ली है और उन्हें दोनों पूर्व कप्तानों से बड़ी मदद की जरूरत होगी।

उन्होंने बताया, “मैंने विराट भैया और रोहित भैया के साथ कई बार बातचीत की है कि टीम को कैसे आगे ले जाना है, टीम का कल्चर कैसा होना चाहिए। एमएस धोनी, विराट भैया और रोहित भैया ने जो लेगेसी बनाई है, उसे आगे ले जाना मेरे लिए सम्मान की बात है। उनके अनुभव और स्किलसेट का कोई मुकाबला नहीं।”

गिल ने कहा कि वह बचपन से ही कोहली और रोहित को खेलते देखकर बड़े हुए हैं।

उन्होंने कहा, “जब मैं छोटा था, मैं उन्हें उनके खेल और उनकी भूख के लिए आइडल मानता था। आज उन्हें लीड करना मेरे लिए गर्व की बात है। जब मुझे मुश्किल लगेगी, मैं उनसे सलाह लेने में बिलकुल हिचकूंगा नहीं।”

जब उनसे पूछा गया कि वो विराट और रोहित से कौन सी खास बात सीखना चाहते हैं, तो उन्होंने कहा—”मैसेजिंग और कम्युनिकेशन।”

गिल बोले, “जब मैं उनके अंडर खेलता था, मैंने देखा कि वो कैसे बात करते हैं और किस तरह का मैसेज देकर खिलाड़ी का बेस्ट निकालते हैं। मैं भी वैसा ही कप्तान बनना चाहता हूँ जहां हर खिलाड़ी सुरक्षित महसूस करे और उसे उसके रोल की साफ़ जानकारी हो।”

अनुभव के महत्व पर उन्होंने कहा, “वो दोनों करीब 20 साल भारतीय क्रिकेट को दे चुके हैं। उनके साथ खेलते हुए बहुत कुछ सीखा है। उनका अनुभव और दुनिया भर में बनाए गए रन दोबारा नहीं रचे जा सकते।”

अपने खेलने के अंदाज़ पर गिल ने कहा, “मुझे जिम्मेदारी मिलने पर मज़ा आता है। दबाव में मैं और अच्छा खेलता हूँ। लेकिन जब मैं बल्लेबाज़ी करने आता हूँ, तो खुद को सिर्फ बल्लेबाज़ मानता हूँ, कप्तान नहीं। वरना शॉट खेलने की आज़ादी और X फैक्टर चला जाता है।”