
वरिष्ठ तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद शमी ने रणजी ट्रॉफी के इस सीज़न के शुरुआती दो मैचों में शानदार प्रदर्शन कर अपने टीम इंडिया में वापसी के संकेत दे दिए हैं। उन्होंने कहा कि वह “फिट हैं” और “भारत के लिए खेलने को तैयार” हैं।
कोलकाता के ईडन गार्डन्स में गुजरात के खिलाफ खेले गए मैच में शमी ने शानदार गेंदबाज़ी करते हुए आठ विकेट झटके और अपनी टीम को 141 रनों से जीत दिलाई। इस प्रदर्शन से उन्होंने राष्ट्रीय टीम में दोबारा जगह बनाने का मजबूत दावा पेश किया।
शमी ने मैच के बाद कहा — “काफी मेहनत की है और थोड़ा भाग्य भी साथ देता है। हर खिलाड़ी देश के लिए खेलना चाहता है, और मैं भी तैयार हूं। मेरा मकसद हमेशा फिट रहना और भारतीय टीम के लिए उपलब्ध रहना है। प्रदर्शन मेरा काम है, बाकी चयनकर्ताओं पर निर्भर करता है।”
उन्होंने आगे कहा — “यह एक राहत की बात है। मानसिक और शारीरिक रूप से बहुत अच्छा महसूस हो रहा है क्योंकि इतनी बड़ी चोट के बाद मैदान पर लौटना आसान नहीं होता। रणजी ट्रॉफी, घरेलू सीज़न, व्हाइट-बॉल क्रिकेट, आईपीएल, चैंपियंस ट्रॉफी, दुलीप ट्रॉफी — सब कुछ खेलने के बाद अब इन दो मैचों ने रिदम वापस दे दी है। अब लगता है कि मेरे अंदर अभी भी क्रिकेट बाकी है।”
शमी के इस प्रदर्शन की बदौलत बंगाल ने 2003 के बाद पहली बार गुजरात को रणजी ट्रॉफी में हराया।
हाल ही में ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए सफेद गेंद के प्रारूप में शमी को टीम से बाहर रखा गया, जिसके बाद मुख्य चयनकर्ता अजीत आगरकर और शमी के बीच सार्वजनिक मतभेद की बातें सामने आईं।
हालांकि, शमी ने स्पष्ट किया है कि वह सभी फॉर्मेट्स में खेलने के लिए तैयार और पूरी तरह फिट हैं, खासकर टखने की सर्जरी के बाद।
जब उनसे भारत वापसी को लेकर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने मुस्कराते हुए कहा — “मैं तो हमेशा किसी न किसी विवाद में रहता हूं, आपकी वजह से (हंसते हुए)… ये बस एक गलतफहमी है।”
शमी ने बंगाल टीम प्रबंधन का शुक्रिया अदा किया, जिन्होंने मुश्किल वक्त में उनका साथ दिया।
“मैंने आखिरी मैच 11 महीने पहले एमपी के खिलाफ खेला था और अब फिर मैदान में लौटकर अच्छा लग रहा है। सबसे जरूरी बात ये है कि इस समय आपकी टीम आपके साथ खड़ी हो।”
शमी ने यह भी बताया कि उन्होंने ईडन गार्डन्स में ग्रीन टॉप पिच तैयार करने की मांग की थी, क्योंकि उन्हें अपने पेस अटैक पर पूरा भरोसा है।
“मैंने पहले भी कहा था कि हमें ग्रीन टॉप चाहिए, क्योंकि हमारे पास चार तेज़ गेंदबाज़ हैं जो देश के सर्वश्रेष्ठ घरेलू गेंदबाज़ों में शामिल हैं। अगर हमारे पास ताकत है तो हमें ऐसी पिच पर खेलना चाहिए जहाँ हम छह या सात अंक हासिल कर सकें।”
बंगाल के मुख्य कोच लक्ष्मी रतन शुक्ला ने भी शमी की भारतीय टीम में वापसी का समर्थन किया।
“मोहम्मद शमी को किसी के सर्टिफिकेट की ज़रूरत नहीं है। उनके साथ उनके फैंस, मीडिया और सबसे बड़े चयनकर्ता — ऊपरवाले (भगवान) का आशीर्वाद है,” शुक्ला ने कहा।








