
वाशिंगटन सुंदर ने एक बार फिर साबित किया कि वे टी20 प्रारूप में भारत के लिए एक भरोसेमंद फिनिशर हैं। उनकी तूफ़ानी बल्लेबाज़ी की बदौलत भारत ने रविवार को होबार्ट में खेले गए तीसरे टी20 मुकाबले में 187 रनों का लक्ष्य आसानी से हासिल करते हुए ऑस्ट्रेलिया को पांच विकेट से हराया और सीरीज़ 1-1 से बराबर कर ली।
इस हार से पहले, ऑस्ट्रेलिया निंजा ओवल (पहले बैलेरिव ओवल) मैदान पर कभी कोई टी20 इंटरनेशनल मैच नहीं हारा था।
पहले बल्लेबाज़ी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने टिम डेविड (74 रन, 38 गेंद) की धमाकेदार पारी की बदौलत 186/6 का स्कोर खड़ा किया। भारत के लिए यह लक्ष्य कठिन नहीं था, लेकिन तेज़ गेंदबाज़ नाथन एलिस (3/36) ने शानदार गेंदबाज़ी कर मुश्किलें बढ़ा दीं। फिर भी भारत ने मुकाबला 18.3 ओवरों में जीत लिया।
पारी की शुरुआत में अभिषेक शर्मा (25 रन, 16 गेंद) ने पावरप्ले में चौकों की झड़ी लगा दी। इसके बाद कप्तान सूर्यकुमार यादव (24 रन, 11 गेंद), तिलक वर्मा (29 रन, 26 गेंद), अक्षर पटेल (17 रन, 12 गेंद) और अंत में वाशिंगटन सुंदर (49 रन नाबाद, 23 गेंद) ने मिलकर लक्ष्य को हासिल किया।
सीरीज़ के इस मैच में पहली बार खेले जितेश शर्मा (22 नाबाद, 12 गेंद) ने सुंदर के साथ मिलकर पारी को अंजाम तक पहुँचाया।
वाशिंगटन सुंदर ने अपने छक्कों का अधिकांश हिस्सा काउ कॉर्नर क्षेत्र में जड़ा और दिखाया कि वे ताक़तवर हिट लगाने में भी किसी से कम नहीं हैं।
ऑस्ट्रेलिया के लिए जोश हेज़लवुड की गैरमौजूदगी ने भारत का काम आसान कर दिया, क्योंकि तेज़ गेंदबाज़ अब एशेज़ सीरीज़ की तैयारी में जुटे हैं। एलिस को छोड़कर बाकी ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज़ भारतीय बल्लेबाज़ों को मुश्किल में नहीं डाल सके।
सीरीज़ का चौथा मुकाबला 6 नवंबर को गोल्ड कोस्ट में खेला जाएगा।
भारत की जीत की बुनियाद अर्शदीप सिंह ने रखी, जिन्होंने शुरुआत में ही दो विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया को झटका दिया और शानदार गेंदबाज़ी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुने गए। उन्होंने जोश इंग्लिस और खतरनाक ट्रैविस हेड को आउट कर ऑस्ट्रेलिया को 14/2 पर ला दिया।
इसके बाद टिम डेविड (74 रन, 38 गेंद) ने जबरदस्त पावर हिटिंग करते हुए भारत की बढ़त को चुनौती दी। उनके पांच छक्कों में से एक अक्षर पटेल की गेंद पर कवर के ऊपर से था, जबकि बाकी चार सीधे मैदान के अंदर गिरे।
अनुभवी मार्कस स्टोइनिस (64 रन, 39 गेंद) ने भी आक्रामक रुख अपनाते हुए ऑस्ट्रेलिया को एक प्रतिस्पर्धी स्कोर तक पहुँचाया।
डेविड ने भारत के हर गेंदबाज़ को निशाने पर लिया — चाहे वो जसप्रीत बुमराह हों या फिर रहस्यमयी स्पिनर वरुण चक्रवर्ती।
वाशिंगटन सुंदर ने बुमराह की गेंद पर डेविड का कैच पॉइंट पर छोड़ दिया था, जब वह केवल 20 रन पर बल्लेबाज़ी कर रहे थे। यह कैच बिल्कुल आसान था और गेंद सीधे उनके हाथों में आई थी।
ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या की चोट के कारण अनुपस्थिति में भारत ने गेंदबाज़ी में विविधता खो दी थी। वाशिंगटन सुंदर टीम के छठे गेंदबाज़ थे, लेकिन उस समय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने अभिषेक शर्मा से एक ओवर करवाया, जिसमें 13 रन बने।
वरुण चक्रवर्ती ने शानदार गेंदबाज़ी करते हुए लगातार गेंदों पर मिशेल मार्श और मिशेल ओवेन को आउट किया और रन गति को रोक दिया। ओवेन को आउट करने वाली गेंद तो बिल्कुल “पीच” थी — तेज़ी से स्पिन होकर उनके हाथों को छकाती हुई निकल गई।
अर्शदीप और बुमराह ने अंत में पारी को समेट दिया, जिससे ऑस्ट्रेलिया एक बड़ा स्कोर नहीं बना सका।
भारत ने वाशिंगटन सुंदर की आतिशी पारी और अर्शदीप की शुरुआती सफलता के दम पर यह मुकाबला शानदार अंदाज़ में जीत लिया।








