
रोहित शर्मा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हाल ही में खत्म हुई वनडे सीरीज़ में अपनी शानदार सफलता का श्रेय अपने “अपनी शर्तों पर की गई तैयारी” को दिया है। उन्होंने कहा कि उन्हें यह एहसास हुआ कि ज़िंदगी में सिर्फ करियर ही सबकुछ नहीं है — यही सोच उनके प्रदर्शन का सबसे बड़ा कारण बनी।
सिडनी में खेले गए तीसरे वनडे में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को नौ विकेट से हराया, जिसमें रोहित शर्मा ने नाबाद 121 रनों की शानदार पारी खेली। हालांकि भारत सीरीज़ 1-2 से हार गया, लेकिन रोहित की पारी ने टीम को व्हाइटवॉश से बचा लिया।
रोहित ने बीसीसीआई वेबसाइट से बात करते हुए कहा — “जबसे मैंने क्रिकेट खेलना शुरू किया है, मुझे कभी चार-पाँच महीने तैयारी के लिए नहीं मिले। इस बार मैंने तय किया कि इस वक्त को अपने तरीके से इस्तेमाल करूंगा। मैंने अपनी शर्तों पर तैयारी की, और यही मेरे लिए फायदेमंद रहा। मुझे समझ आया कि आगे अपने करियर में क्या करना है।”
आईपीएल 2025 के बाद पहली बार प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेलते हुए भी रोहित ने लगातार बेहतरीन प्रदर्शन किया और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्हें मैन ऑफ द मैच और मैन ऑफ द सीरीज़ दोनों चुना गया।
उन्होंने कहा — “मेरे पास बहुत समय था, और मैंने उस समय का सही उपयोग किया। मैं जानता था कि भारत और ऑस्ट्रेलिया की परिस्थितियों में फर्क है, लेकिन मैं पहले भी यहां कई बार खेल चुका हूँ, इसलिए बस लय में आने की बात थी।
मैंने खुद को समय दिया, यह बहुत ज़रूरी था क्योंकि कभी-कभी समझना होता है कि ज़िंदगी में प्रोफेशन के अलावा भी बहुत कुछ है। मेरे पास समय था, और मैंने उसे सही दिशा में लगाया।”
रोहित ने अपने पुराने साथी विराट कोहली के साथ की गई महत्वपूर्ण और मैच जिताने वाली साझेदारी को भी बेहद खास बताया।
उन्होंने कहा — “मुझे ऑस्ट्रेलिया में खेलना हमेशा पसंद है। आज भी जब मैंने लंबी पारी खेली और टीम को जीत तक पहुंचाया, तो बहुत अच्छा लगा। शुरू में विकेट थोड़ा मुश्किल था, गेंद नई थी, लेकिन जैसे ही चमक उतरी, खेल आसान हो गया।
विराट के साथ शानदार साझेदारी रही — काफी समय बाद हमने सौ से ज़्यादा रन की पार्टनरशिप की। यह टीम के लिए बहुत अहम थी, क्योंकि उस समय स्थिति थोड़ी चुनौतीपूर्ण थी।”
“शुभमन गिल जल्दी आउट हो गया था और श्रेयस अय्यर की गैरमौजूदगी में हम दोनों पर अतिरिक्त ज़िम्मेदारी थी। हम दोनों ने खूब एन्जॉय किया, मैदान पर खूब बातें कीं, और एक-दूसरे को बखूबी समझा। इतने सालों का अनुभव काम आया।”
पूर्व कप्तान रोहित ने कहा कि सीरीज़ हारने के बावजूद टीम को कई सकारात्मक पहलू मिले।
“सबसे बड़ी बात थी हर्षित राणा का प्रदर्शन। वह पहली बार ऑस्ट्रेलिया में व्हाइट-बॉल क्रिकेट खेल रहा था और सिडनी व एडिलेड दोनों जगह जिस तरह उसने गेंदबाज़ी की, वह शानदार थी।”
38 वर्षीय रोहित ने भारतीय और ऑस्ट्रेलियाई दर्शकों का भी दिल से शुक्रिया अदा किया — “हम बहुत आभारी हैं कि लोग हमेशा हमारे साथ खड़े रहते हैं। ऑस्ट्रेलिया में दर्शक कभी निराश नहीं करते, वे बड़ी संख्या में स्टेडियम में आते हैं क्योंकि वे दो अच्छी टीमों के बीच अच्छा क्रिकेट देखना चाहते हैं।
दुर्भाग्य से हम सीरीज़ नहीं जीत पाए, लेकिन हमने यहां खेलने का पूरा आनंद लिया। दर्शकों के समर्थन के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद, उम्मीद है कि वे आगे भी इसी तरह हमें प्यार देते रहेंगे।”








