
भारतीय तेज़ गेंदबाज़ अर्शदीप सिंह का मानना है कि ड्रेसिंग रूम में विराट कोहली जैसे करिश्माई खिलाड़ी का होना एक “आशीर्वाद” है और वह शुरुआती वनडे में उनके आठ गेंदों पर शून्य पर आउट होने को ज़्यादा तवज्जो नहीं देंगे, जिसे ऑस्ट्रेलिया ने सात विकेट से जीता।
50 ओवर के फॉर्मेट में माहिर कोहली के बारे में अर्शदीप का विश्वास है कि वह सीरीज़ के बाकी दो मैचों में रन बनाएंगे।
पोस्ट-मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस में अर्शदीप ने कहा, “उन्होंने भारत के लिए 300 से ज़्यादा मैच खेले हैं, तो फॉर्म उनके लिए सिर्फ़ एक शब्द है। वो जानते हैं कैसे आगे बढ़ना है। उनके साथ ड्रेसिंग रूम शेयर करना हमेशा आशीर्वाद जैसा होता है। मुझे लगता है कि इस सीरीज़ में उनके बल्ले से बहुत रन निकलेंगे।”
जब कोहली के सिर्फ़ एक फॉर्मेट खेलने को लेकर सवाल किया गया, तो अर्शदीप ने संतुलित जवाब दिया।
उन्होंने कहा, “…जहाँ तक बात है उस फॉर्मेट की जिसमें वो खेल रहे हैं, उन्होंने इसे मास्टर कर लिया है। तो मुझे नहीं पता वो इसके बारे में क्या महसूस करते हैं। मैं उनसे पूछ लूंगा और शायद अगले प्रेस कॉन्फ्रेंस में बता दूंगा।”
हालांकि अर्शदीप शुभमन गिल की वाइट बॉल कप्तानी शैली में अभी नए हैं, फिर भी उनका मानना है कि युवा कप्तान भी रोहित शर्मा और विराट कोहली की तरह गेंदबाज़ों के कप्तान साबित होंगे।
यह गिल का पहला वनडे बतौर कप्तान था, और अर्शदीप अभी तक टेस्ट नहीं खेले हैं, इसलिए उन्होंने गिल की तुलना सीनियर कप्तानों से करने से परहेज़ किया।
उन्होंने कहा, “मैंने बहुत कम वनडे खेले हैं, इसलिए मैं अभी फर्क नहीं बता सकता, लेकिन मैं ये कहूंगा कि दोनों (रोहित और विराट) सही मायनों में गेंदबाज़ों के कप्तान रहे हैं।”
“उन्होंने पूरी आज़ादी दी और आज भी शुभमन ने जो भी हमारी प्लानिंग थी उसे बैक किया। उन्होंने कहा कि अपनी प्लानिंग के हिसाब से गेंदबाज़ी करो और मज़ा लो,” अर्शदीप ने अपने स्टेटमेट गिल के बारे में कहा, जिनके साथ वह जूनियर स्तर से ड्रेसिंग रूम शेयर करते आए हैं।
उन्होंने आगे बताया, “हमें पता था कि हमारे पास रन कम हैं, लेकिन हम बस खुद को एक्सप्रेस करना चाहते थे — यही उनका मैसेज था।”
अर्शदीप के मुताबिक पर्थ का ऑप्टस स्टेडियम अच्छा विकेट था, लेकिन लगातार बारिश रुकने-चलने से बल्लेबाज़ों का ध्यान भटक गया।
उन्होंने कहा, “अगर आप इस विकेट पर समय बिताएं तो रन आ रहे थे, लेकिन जो भी सेट हो रहा था उसके लिए टिकना बहुत ज़रूरी था। हमने केएल और अक्षर की साझेदारी देखी।”
“लेकिन बार-बार रुकावटों की वजह से बल्लेबाज़ का ध्यान बनाए रखना बहुत मुश्किल हो जाता है। और इसका श्रेय ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज़ों को भी जाता है। उन्होंने शानदार एरिया में गेंदबाज़ी की और विकेट से काफी मदद मिली,” उन्होंने जोड़ा।








