जानिये क्यों एशिया कप में खेलेंगे शुभमन गिल ‘आक्रामक क्रिकेट’!

भारत के पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान ने मंगलवार को कहा कि एशिया कप से पहले शुभमन गिल की टी20 उप-कप्तान के रूप में वापसी लंबे समय में भारतीय टीम के लिए फायदेमंद होगी। 25 वर्षीय स्टार बल्लेबाज अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से खुद को साबित करना चाहेंगे।

टेस्ट कप्तान के तौर पर सफल पहला सीरीज़ खेलने के बाद गिल महाद्वीपीय टूर्नामेंट के लिए सबसे छोटे फॉर्मेट में लौटे हैं। हालांकि, पठान का कहना है कि इससे मौजूदा कप्तान सूर्यकुमार यादव पर किसी तरह का दबाव नहीं पड़ेगा।

सोनी स्पोर्ट्स के एक इंटरैक्शन में पठान ने कहा – “सूर्यकुमार यादव की सहमति के बिना शुभमन गिल को उप-कप्तान नहीं बनाया जा सकता था। उनकी (सूर्यकुमार की) ज़िम्मेदारी सिर्फ अच्छा प्रदर्शन करना या टीम को संभालना ही नहीं है, बल्कि साथ ही साथ नेतृत्व क्षमता को बढ़ाना और टीम को आगे ले जाना भी है। और उन्होंने इसकी शुरुआत कर दी है।

लोग सोच सकते हैं कि इससे उन पर दबाव बढ़ेगा, लेकिन वास्तव में इससे भारतीय क्रिकेट को लंबे समय में बहुत फायदा होगा और यह सूर्यकुमार यादव को एक ऐसे लीडर के तौर पर स्थापित करेगा जिन्हें खासकर क्रिकेटिंग समुदाय में सम्मान मिलेगा।”

पठान ने कहा कि गिल अपनी आक्रामकता से खुद को साबित करेंगे।

“हमने इस सीज़न में देखा है कि उन्होंने जिस तरह से बल्लेबाजी की, पिछले कुछ सीज़न में आईपीएल में जितने रन बनाए। अब भारतीय टीम ऊँचे स्ट्राइक रेट से खेल रही है। वे बेहद आक्रामक रहना चाहते हैं। मुझे नहीं लगता कि गिल के लिए आक्रामक भूमिका निभाना और टीम की मांग पूरी करना कोई समस्या होगी।

इस समूह में किसी और से ज्यादा, गिल वहां जाएंगे और आक्रामक क्रिकेट खेलकर खुद को साबित करने की कोशिश करेंगे। उनके पास क्षमता है और उनके पास शॉट्स की बहुत रेंज है।”

पठान ने यह भी कहा कि रोहित शर्मा, जिन्होंने टी20 और टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है, अब जितना संभव हो सके उतना समय वनडे खेलना चाहते हैं। हालांकि, उन्होंने माना कि विराट कोहली और रोहित दोनों के लिए खेलने का समय सुरक्षित करना मुश्किल होगा।

“यह नया (फिटनेस) टेस्ट निश्चित रूप से आसान नहीं है। एक बार जब आप इसे क्लियर कर लेते हैं, तो इसका मतलब है कि आपकी फिटनेस बेहतरीन है। मैंने उनसे (रोहित से) उनके भविष्य की योजनाओं पर लंबी बात की। वे बहुत उत्सुक हैं। वे सुनिश्चित करना चाहते हैं कि खेलते रहें।

जब तक खिलाड़ी फिट है, उम्र मायने नहीं रखती। लेकिन चुनौती यह होगी कि उनके पास कितना गेम-टाइम होगा। भारत के लिए खेलना, मुझे नहीं लगता इसमें किसी तरह की प्रेरणा की कमी होगी। चाहे वह रोहित हों, विराट हों या मोहम्मद शमी। वे जितना खेल पाएंगे, यह इस पर निर्भर करेगा कि उन्हें कितने मैच खेलने को मिलते हैं, क्योंकि वे टेस्ट और टी20 इंटरनेशनल से संन्यास ले चुके हैं।”

पठान ने कहा कि भारत का एक्स-फैक्टर वरुण चक्रवर्ती होंगे, जिन्होंने 2021 टी20 वर्ल्ड कप में निराशाजनक प्रदर्शन किया था।

“आप हमेशा सोचते हैं कि ऑलराउंडर एक्स-फैक्टर लाते हैं लेकिन मैं वास्तव में उत्साहित हूं कि वरुण चक्रवर्ती कैसा प्रदर्शन करेंगे क्योंकि यह एक रिडेम्पशन स्टोरी हो सकती है। वरुण को 2021 में दुबई वर्ल्ड कप के लिए चुना गया था लेकिन तब उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। मेरी नज़र वरुण पर होगी क्योंकि उनके पास आत्मविश्वास है और वे निश्चित रूप से एक्स-फैक्टर ला सकते हैं।”

पठान ने जोर देकर कहा कि जसप्रीत बुमराह जैसे अहम गेंदबाजों का वर्कलोड सीरीज़ के दौरान मैनेज नहीं किया जा सकता।

उन्होंने कहा – “आपने सुना होगा कि पैट कमिंस अपना वर्कलोड मैनेज करेंगे ताकि एशेज खेल सकें और कुछ मैच छोड़ देंगे। लेकिन क्या वह एशेज के दौरान वर्कलोड मैनेज करेंगे?

इसे बहुत घुमाया गया है, लेकिन मैं कहता हूं कि हां, वर्कलोड जरूर मैनेज होना चाहिए क्योंकि खिलाड़ी बहुत क्रिकेट खेलते हैं। लेकिन एक बार जब आप सीरीज़ में हैं और उस दौरान वर्कलोड मैनेज करने की कोशिश करेंगे, तो आपको नतीजे नहीं मिलेंगे।”