
बेंगलुरु बुल्स और पुणेरी पलटन ने इतिहास रच दिया क्योंकि दोनों टीमों ने पहली बार पीकेएल और लीग स्टेज के इतिहास में टाई-ब्रेकर खेला। विशाखापत्तनम के विश्वनाथ स्पोर्ट्स क्लब में मुकाबला 32-32 पर बराबरी पर खत्म हुआ, जिसके बाद पीकेएल 10 चैंपियन पुणेरी पलटन ने टाई-ब्रेकर में 6-4 से जीत हासिल की।
आदित्य शिंदे ने 9 अंक बनाए, जबकि गौरव खत्री ने हाई-फाइव झटकी। वहीं, बेंगलुरु बुल्स के लिए अंकुश राठी का हाई-फाइव अधूरा रहा और आकाश शिंदे ने अपने सीज़न का पहला सुपर-10 पूरा किया।
पहले हाफ का संघर्ष
मुकाबले की शुरुआत तेज रही, जहां आकाश शिंदे और असलम इनामदार ने अपनी-अपनी टीम के लिए शुरुआती अंक बटोरे। आदित्य शिंदे के सुपर रेड ने पुणेरी को हल्की बढ़त दिलाई।
इसके बाद आकाश शिंदे ने डबल रेड में मोहम्मद अमन और असलम इनामदार को आउट किया, जिससे बेंगलुरु बुल्स ने बराबरी कर ली। इसी दौरान आकाश ने पीकेएल में अपने 300 रेड पॉइंट पूरे किए और टीम को 2 अंकों की बढ़त दिलाई।
हालांकि दोनों टीमों की डिफेंस लाइनें बेहतरीन प्रदर्शन कर रही थीं। अंकुश राठी और संजय ने बुल्स के लिए टैकल अंक जोड़े, तो गौरव खत्री ने पलटन के लिए 4 अंक हासिल किए। पहले हाफ के अंत में स्कोर 13-13 पर बराबरी पर था।
दूसरे हाफ का रोमांच
दूसरे हाफ में आकाश शिंदे की लगातार रेडिंग ने बेंगलुरु बुल्स को 3 अंकों की बढ़त दिलाई। लेकिन पंकज मोहिते की ज़बरदस्त 4-पॉइंट रेड ने पुणेरी पलटन को वापसी कराई।
आदित्य शाइन पर आशीष मलिक के सुपर टैकल ने बुल्स को 1 अंक की बढ़त दिलाई। लेकिन आखिरी 10 मिनट बचे थे कि असलम इनामदार ने पहले डिफेंस में और फिर डू-ऑर-डाई रेड में शानदार प्रदर्शन कर स्कोर 23-23 पर ला दिया।
गुरदीप के टैकल ने पुणेरी पलटन को ऑल आउट दिलाया और 1 अंक की बढ़त। लेकिन आकाश शिंदे ने सुपर-10 पूरा करते हुए 2 अंकों की रेड से बुल्स को फिर खेल में वापस ला दिया।
40 मिनट की जबरदस्त जंग के बाद स्कोर 32-32 पर अटका रहा और पीकेएल 12 में पहला-ever टाई-ब्रेकर खेला गया।
ऐतिहासिक टाई-ब्रेकर
टाई-ब्रेकर की पहली तीन रेड्स सफल रहीं और दोनों टीमों ने बराबरी बनाए रखी। चौथी रेड में सचिन तंवर और आकाश शिंदे दोनों आउट हुए, जिससे फिर से बराबरी रही।
अंत में असलम इनामदार का कमाल देखने को मिला, उन्होंने पुणेरी को बढ़त दिलाई और फिर धीरेज के टैकल ने उन्हें ऐतिहासिक जीत दिला दी।
पीकेएल के इतिहास में पहली बार टाई-ब्रेकर का रोमांचक अंत पुणेरी पलटन के नाम रहा।