
ऑस्ट्रेलिया के तेज़ गेंदबाज़ मिचेल स्टार्क ने अपने करियर को टेस्ट और वनडे क्रिकेट में लंबा खींचने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए 20-20 अंतरराष्ट्रीय (टी20आई) क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया है।
35 वर्षीय बाएं हाथ के गेंदबाज़ ने 65 टी20आई मैचों में 79 विकेट झटके हैं, जो ऑस्ट्रेलिया के लिए स्पिनर एडम ज़म्पा के बाद दूसरा सर्वाधिक रिकॉर्ड है।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया द्वारा मंगलवार को जारी बयान में स्टार्क ने कहा, “टेस्ट क्रिकेट मेरी सबसे बड़ी प्राथमिकता रही है और हमेशा रहेगी। मैंने ऑस्ट्रेलिया के लिए खेले हर टी20 मैच का भरपूर आनंद लिया, खासकर 2021 विश्व कप का, न केवल इसलिए कि हमने खिताब जीता बल्कि इसलिए भी कि वह अद्भुत टीम और शानदार सफ़र था।”
उन्होंने आगे कहा – “आगे देखते हुए, भारत का टेस्ट दौरा, एशेज़ और 2027 वनडे विश्व कप को ध्यान में रखते हुए, मुझे लगता है कि यह सबसे अच्छा तरीका है जिससे मैं फिट, तरोताज़ा और सर्वश्रेष्ठ बना रहूं। यह गेंदबाज़ी समूह को भी समय देगा ताकि वे टी20 विश्व कप के लिए अच्छी तैयारी कर सकें।”
ऑस्ट्रेलिया की टी20आई टीम की घोषणा मंगलवार को की गई, जिसमें स्टार्क को न्यूजीलैंड के खिलाफ आगामी सीरीज़ के लिए शामिल नहीं किया गया।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख टॉड ग्रीनबर्ग और राष्ट्रीय चयनकर्ता प्रमुख जॉर्ज बेली ने स्टार्क की प्रशंसा की।
जॉर्ज बेली ने कहा – “मिच को अपने ऑस्ट्रेलियाई टी20 करियर पर बेहद गर्व होना चाहिए। वह 2021 की विश्व कप विजेता टीम का अहम हिस्सा थे और हमेशा विकेट लेकर मैच का रुख बदलने की क्षमता रखते थे। हम उनके टी20 करियर को सही समय पर सम्मान देंगे, लेकिन अच्छी बात यह है कि वह टेस्ट और वनडे क्रिकेट खेलने पर लंबे समय तक केंद्रित रहेंगे।”
ग्रीनबर्ग ने कहा – “अपने देश के लिए खेलने के लिए स्टार्क ने कई बड़े त्याग किए हैं। अगले साल होने वाले टी20 विश्व कप से पहले तेज़ गेंदबाज़ों की नई पीढ़ी के लिए रास्ता साफ़ करना भी उनके टीम-फर्स्ट रवैये का एक और उदाहरण है।”