
पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने वर्कलोड मैनेजमेंट के नाम पर चुनिंदा मैच खेलने के लिए जसप्रीत बुमराह की आलोचना की है। बुमराह लंबे समय से भारत के शीर्ष गेंदबाज रहे हैं, लेकिन इंग्लैंड दौरे पर उन्होंने सिर्फ तीन मैच खेले। सीरीज़ शुरू होने से पहले ही 31 वर्षीय बुमराह के इस दौरे का वर्कलोड तय कर दिया गया था, क्योंकि वह लंबे समय के चोट से उबरकर वापसी कर रहे थे।
बुमराह ने जिन तीन मैचों में खेला, उनमें 14 विकेट झटके, लेकिन सीरीज़ के निर्णायक अंतिम टेस्ट में उन्हें आराम दिया गया, उस समय भारत 1-2 से पीछे था। हालांकि, भारत ने द ओवल में जीत दर्ज कर सीरीज़ 2-2 से बराबर कर ली, लेकिन बुमराह की गैरमौजूदगी ने उनके वर्कलोड मैनेजमेंट पर बहस छेड़ दी।
मिड-डे से बात करते हुए अजहरुद्दीन ने कहा कि अगर चोट की समस्या है तो बोर्ड और खिलाड़ी मिलकर फैसला कर सकते हैं। लेकिन उनका मानना है कि जब आप देश के लिए खेल रहे हैं तो आपको अपना वर्कलोड संभालना ही होगा।
“अगर चोट की समस्या है, तो बोर्ड और खिलाड़ी को फैसला लेना होगा। लेकिन मुझे लगता है कि एक बार जब आप टीम में हैं, तो आप अपने मन से मैच नहीं चुन सकते। वर्कलोड है, लेकिन इस स्तर पर आपको इसे मैनेज करना ही होगा। आप देश के लिए खेल रहे हैं,” अजहरुद्दीन ने कहा।
भारत के लिए अच्छी बात यह रही कि बुमराह के न खेलने पर मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा और आकाश दीप ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और टीम को जीत दिलाई। हालांकि, अजहरुद्दीन ने सवाल किया कि अगर किसी अहम स्थिति में टीम को अपने स्टार गेंदबाज की ज़रूरत पड़ती तो क्या होता?
“ये अलग बात है कि सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा और आकाश दीप ने मौके पर अच्छा प्रदर्शन किया और हम बुमराह के बिना जीत गए, लेकिन अगर भारत को किसी अहम स्थिति में बुमराह की सख्त ज़रूरत होती तो?” अजहरुद्दीन ने कहा।
इंग्लैंड दौरे के बाद अब बुमराह को 9 सितंबर से शुरू होने वाले एशिया कप के लिए विचाराधीन बताया जा रहा है।