‘देख लेंगे…’: शाहीन अफरीदी ने सूर्याकुमार यादव को ललकारा, कहा- एशिया कप जीतना ही असली मकसद!

पाकिस्तान के तेज़ गेंदबाज़ शाहीन शाह अफरीदी ने सूर्याकुमार यादव के इस दावे पर सीधे तौर पर कोई जवाब नहीं दिया कि भारत की बढ़त ने भारत-पाकिस्तान मुकाबलों को अब प्रतियोगिता ही नहीं रहने दिया है। अफरीदी ने इसके बजाय कहा कि उनकी टीम का मुख्य लक्ष्य एशिया कप जीतना है।

गुरुवार को बांग्लादेश के खिलाफ़ दुबई में होने वाले अहम सुपर-4 मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब अफरीदी से सूर्या के बयान पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा: “वो उनकी राय है, उन्हें कहने दीजिए। जब फाइनल (संभावित एशिया कप फाइनल रविवार को) में आमना-सामना होगा तो देख लेंगे क्या है और क्या नहीं। हम यहां एशिया कप जीतने आए हैं और इसके लिए पूरी कोशिश करेंगे।”

सूर्याकुमार यादव ने कहा था कि अगर हेड-टू-हेड रिकॉर्ड 12-3 है तो इसे असली प्रतिद्वंद्विता नहीं कहा जा सकता। मौजूदा प्रतियोगिता में भी दोनों टीमें दो बार भिड़ीं और दोनों बार भारत ने आसानी से जीत हासिल की।

इसके अलावा पहलगाम आतंकी हमले (जो पाकिस्तान समर्थित आतंकियों ने अंजाम दिया) के पीड़ितों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए भारतीय खिलाड़ियों ने पाकिस्तान टीम से मैच से पहले और बाद में हाथ मिलाने से इनकार कर दिया, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है।

मैचों में पाकिस्तानी खिलाड़ियों की आक्रामक हरकतें भी चर्चा में रहीं। सुपर-4 मैच में साहिबज़ादा फरहान की “गन-फायरिंग सेलिब्रेशन” ने विवाद खड़ा किया, जबकि हारिस रऊफ़ ने भारतीय दर्शकों का मज़ाक उड़ाते हुए इशारे किए।

जब अफरीदी से इस आक्रामकता के पीछे किसी प्लान के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा: “कोई खास प्लान नहीं है, हम हमेशा से आक्रामक रहे हैं, जबसे क्रिकेट खेलना शुरू किया। क्रिकेट ऐसे ही खेली जाती है और इससे टीम का मनोबल ऊंचा रहता है।”

क्या टीम संभावित भारत-पाक फाइनल की चर्चा कर रही है? इस सवाल पर उन्होंने कहा: “हम अभी फाइनल में पहुँचे ही नहीं हैं, जब पहुँचेंगे तब सोचेंगे।”

जब पत्रकार ने चुटकी लेते हुए पूछा “क्या चल रहा है दोनों टीमों के बीच?” तो अफरीदी ने भी मज़ाकिया अंदाज़ में जवाब दिया— “क्या चल रहा है?”

लेकिन हारिस रऊफ़ और फरहान पर सीधे सवाल होने पर अफरीदी ने विषय टाल दिया।

“हमारा काम क्रिकेट खेलना है, लोग जो चाहें सोचें। हम यहां एशिया कप जीतने आए हैं। हम पाकिस्तान की उम्मीदों को पूरा करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।”