एशिया कप: अभिषेक शर्मा ने बताया कहां से आती है उनकी पावर-हिटिंग!

भारतीय ओपनर अभिषेक शर्मा, जिन्होंने बुधवार को बांग्लादेश के खिलाफ एशिया कप में एक और शानदार अर्धशतक जड़ा, ने अपनी धमाकेदार बल्लेबाज़ी का श्रेय नेट्स में घंटों प्रैक्टिस और कड़ी मेहनत को दिया।

25 वर्षीय अभिषेक, जो इस समय टी20आई में नंबर-1 रैंक पर हैं, ने 37 गेंदों पर 75 रनों की आतिशी पारी खेली जिसमें छह चौके और पांच छक्के शामिल थे। उनकी इस पारी ने भारत को बांग्लादेश पर 41 रनों से जीत दिलाई और टीम को फाइनल में पहुंचा दिया। सुपर-4 के पिछले मैच में भी उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ 39 गेंदों पर 74 रन बनाए थे। यह उनका लगातार दूसरा अर्धशतक था।

प्रेजेंटेशन में लगातार दूसरा मैन ऑफ द मैच पुरस्कार लेने के बाद अभिषेक ने कहा: “मैं बस अपना काम कर रहा था। मैंने पहले भी कहा है कि बल्लेबाज़ी करने जाते वक्त मैं ज़्यादा नहीं सोचता, बस फ्लो के साथ खेलता हूं। अगर गेंद मेरी रेंज में है, चाहे पहली ही गेंद क्यों न हो, मैं शॉट खेलने जाता हूं ताकि पावरप्ले में टीम को तेज़ शुरुआत मिल सके।”

बांग्लादेश के खिलाफ अपनी रणनीति पर बोलते हुए उन्होंने कहा: “कुछ मैचों में मैंने पहली गेंद से ही अटैक करने का सोचा था। कुछ गेंदबाज़ पहले ही गेंद पर विकेट लेने की कोशिश करते हैं। इस मैच में क्योंकि पिच नई थी, मैंने पहले चेक करना चाहा कि गेंद कैसे मूव कर रही है। गेंद स्विंग और सीम दोनों कर रही थी।”

“मैं हमेशा फील्ड देखकर खेलता हूं क्योंकि कुछ शॉट्स पर मेरा भरोसा बहुत मज़बूत है। मैं वही शॉट्स चुनता हूं। मैं ऐसा बल्लेबाज़ नहीं हूं जो बिना सोचे समझे हर गेंद पर अटैक करे।”

अभिषेक की निडर बल्लेबाज़ी की शुरुआत उनके बचपन से हुई। उनके पिता और पूर्व फर्स्ट-क्लास क्रिकेटर राजकुमार शर्मा हमेशा उन्हें अपनी इंस्टिंक्ट पर भरोसा करने को कहते थे और अक्सर याद दिलाते थे कि “गेंद हिट करने के लिए ही होती है।”

अभिषेक बोले: “मैंने प्रैक्टिस सेशंस में बहुत काम किया है — मुझे लगता है वही समय होता है जब बल्लेबाज़ अपने ऊपर काम कर सकता है। मैंने सोचा था कि अगर मुझे इसी इरादे से खेलना है तो नेट्स में बहुत मेहनत करनी होगी। जब आप नेट्स में बहुत शॉट खेलते हो तो आउट होने का भी डर रहता है, इसलिए मैंने ध्यान रखा कि आउट न होऊं और शॉट्स सही चुनूं।”

भारत ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए अभिषेक की तूफानी पारी की बदौलत 168/6 रन बनाए और फिर बांग्लादेश को 19.3 ओवर में 127 पर समेट दिया। अब गुरुवार को पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच जो जीतेगा, वह भारत से रविवार को फाइनल खेलेगा।

भारत ने इस मैच में अपनी प्लेइंग XI बरकरार रखी, लेकिन कप्तान सूर्यकुमार यादव ने शिवम दुबे को तीसरे नंबर पर बल्लेबाज़ी के लिए भेजा।

सूर्या ने कहा: “उनके पास एक लेफ्ट-आर्म स्पिनर और एक लेग-स्पिनर था, और दुबे उनके लिए परफेक्ट मैचअप था। उनका एंट्री पॉइंट (7 से 15वें ओवर के बीच) भी सही था। यह मूव सफल नहीं हुआ लेकिन आगे भी हम इसे ट्राई करेंगे।”

उन्होंने धीमी आउटफील्ड को टीम की धीमी बल्लेबाज़ी की वजह बताया।

“अगर आउटफील्ड तेज़ होती तो हम 180-185 तक पहुंच जाते, लेकिन हमारी गेंदबाज़ी ऐसी है कि अगर हम 12-14 अच्छे ओवर फेंक दें तो ज्यादातर मौकों पर मैच जीत जाएंगे।”