
ऑस्ट्रेलिया की कप्तान एलिसा हीली को पूरा यक़ीन है कि उनकी टीम की गहराई और मज़बूती उन्हें आगामी महिला वनडे वर्ल्ड कप में विरोधियों द्वारा पेश की जाने वाली हर “अलग चुनौती” से निपटने में मदद करेगी।
आठ टीमों वाला यह टूर्नामेंट 30 सितंबर से 2 नवंबर तक भारत और श्रीलंका में खेला जाएगा, जहां सात बार की 50 ओवर वर्ल्ड कप चैंपियन ऑस्ट्रेलिया अपने खिताब का बचाव करने उतरेगी।
“मैं बेसब्री से इसका इंतज़ार कर रही हूं, लेकिन क्रिकेट की परिस्थितियां हमारी टीम के लिए अलग चुनौती लेकर आएंगी। मुझे लगता है कि हम इसके लिए काफी मज़बूत स्थिति में हैं,” हीली ने आईसीसी से कहा।
“हमारे पास हर विभाग में इतनी गहराई है कि चाहे कैसी भी परिस्थितियां सामने आएं, हम उसे संभाल सकते हैं। इसलिए मैं टीम की ताक़त को लेकर बेहद उत्साहित हूं,” 35 वर्षीय विकेटकीपर-बल्लेबाज़ ने आगे कहा।
लंबे समय तक चोट से बाहर रहने के बाद बाएं हाथ की स्पिनर सोफी मोलिनॉक्स ऑस्ट्रेलिया की 15 सदस्यीय वर्ल्ड कप टीम में वापसी कर चुकी हैं।
2022 में न्यूज़ीलैंड में जीते गए खिताब को बचाने के लिए ऑस्ट्रेलिया की सोफी और जॉर्जिया वेयरहम की स्पिन जोड़ी भारतीय उपमहाद्वीप की परिस्थितियों में बेहद अहम होगी।
हीली ने कहा— “भारत क्रिकेट खेलने के लिए बेहतरीन जगह है, घूमने के लिहाज़ से भी शानदार। वहाँ की संस्कृति बिल्कुल अलग है लेकिन जिस तरह वे क्रिकेट को प्यार करते हैं और इसके लिए जुनूनी हैं, वो किसी भी क्रिकेटर के लिए ख़ास अनुभव होता है।”
मुख्य टूर्नामेंट से पहले ऑस्ट्रेलिया भारत के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज़ भी खेलेगी। हीली का कहना है कि उनकी टीम लगातार दूसरा वर्ल्ड कप जीतने के मील के पत्थर पर नज़रें गड़ाए है।
“काफी समय हो गया है किसी टीम ने बैक-टू-बैक वर्ल्ड कप नहीं जीता। ये ऐसे माइलस्टोन हैं जिन्हें हम हासिल करना चाहते हैं। वर्ल्ड कप जीतना बेहद ख़ास होता है, ये हमारे खेल का शिखर है। इसलिए हमें पता है कि वहाँ जाकर लगातार अच्छा प्रदर्शन करना होगा।”
“शायद हम यूएई (2024 टी20 वर्ल्ड कप) में इसी वजह से पिछड़ गए, एक खराब दिन ने हमें हरा दिया। हमें पता है कि यहां 10 अच्छे नतीजे हमारे पक्ष में जाने चाहिए। मुझे लगता है हम उस स्थिति में हैं और अगर ऐसा हुआ तो टीम के लिए ये बेहद ख़ास होगा।”
हीली की मौजूदा टीम में दस खिलाड़ी ऐसे हैं जिन्होंने पिछले संस्करण में हिस्सा लिया था। उनके पास एश गार्डनर, बेथ मूनी, ताहलिया मैक्ग्रा और एलिस पेरी जैसे अनुभवी और जांबाज़ खिलाड़ी हैं।
ऑस्ट्रेलिया अपना अभियान 1 अक्टूबर को इंदौर में अपने ट्रांस-तस्मान प्रतिद्वंदी न्यूज़ीलैंड के खिलाफ शुरू करेगी।