
मनोज तिवारी और गौतम गंभीर की पुरानी दुश्मनी एक बार फिर सुर्खियों में है।
टीम इंडिया के मौजूदा मुख्य कोच गौतम गंभीर को मनोज तिवारी ने “पाखंडी” कहा है। तिवारी ने गंभीर के उस बयान पर सवाल उठाए जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत और पाकिस्तान को कभी एक-दूसरे के खिलाफ मैच नहीं खेलना चाहिए। यह टिप्पणी उन्होंने तब दी थी जब वह भारतीय टीम के कोच नहीं थे।
क्रिकट्रैकर को दिए इंटरव्यू में तिवारी ने कहा: “मुझे हमेशा लगता था कि वो एक पाखंडी इंसान हैं। पाखंडी इसलिए, क्योंकि जब वो टीम इंडिया के कोच नहीं थे, तब उन्होंने कहा था कि भारत और पाकिस्तान को कभी आपस में मैच नहीं खेलना चाहिए। अब वो टीम इंडिया के कोच हैं और उनकी ही टीम पाकिस्तान के खिलाफ एशिया कप में खेलने जा रही है, तो अब वो क्या करेंगे?”
दोनों के बीच का तनाव 2015 में रणजी ट्रॉफी के दौरान दिल्ली और बंगाल के बीच फिरोजशाह कोटला मैदान पर खेले गए मैच से शुरू हुआ था, जहाँ झगड़ा इतना बढ़ गया था कि यह हाथापाई तक पहुँचने वाला था।
तब तिवारी ने गंभीर पर बंगालियों और सौरव गांगुली को लेकर “नस्लभेदी टिप्पणी” करने का आरोप लगाया था।
उन्होंने कहा था: “गंभीर ने सौरव गांगुली और बंगालियों पर नस्लभेदी टिप्पणी की। मैंने खुद सौरव गांगुली से बात की है और वो इस बात से बहुत नाराज़ हैं कि उनका नाम इस मामले में घसीटा गया। हम सौरव गांगुली के खिलाफ कुछ भी बर्दाश्त नहीं करेंगे।”
गंभीर ने इन आरोपों का सख्ती से खंडन किया था और कहा था कि वीडियो सबूत में साफ दिखता है कि तिवारी ने दिल्ली के गेंदबाज़ प्रदीप सांगवान को धक्का दिया था। गंभीर ने यह भी कहा था कि उन्होंने कभी तिवारी को गाली नहीं दी और न ही अंपायर को धक्का मारा।
उनका बयान था: “किसी भी वक्त मैंने अंपायर को धक्का नहीं दिया और न ही धमकाया। मैंने मनोज को पीटने की धमकी भी नहीं दी।”
2015 का दिल्ली-बंगाल मैच उस सीज़न की सबसे विवादित घरेलू घटनाओं में से एक था। उस मैच में अंपायर के. श्रीकांत और मैच रेफरी वाल्मिक बुच थे। इसी मैच ने तिवारी और गंभीर की प्रतिद्वंद्विता को और गहरा कर दिया था।
करीब दस साल बाद यह टकराव फिर सामने आया है। अब तिवारी, जो पश्चिम बंगाल के मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के मौजूदा विधायक हैं, और गंभीर, जो भाजपा से दिल्ली के पूर्व सांसद रह चुके हैं, आमने-सामने हैं। इस बार तिवारी ने भारत के हेड कोच गंभीर पर अपने ही घोषित विचारों से पलटने का आरोप लगाया है।
भारत और पाकिस्तान का हाई-वोल्टेज एशिया कप मुकाबला 14 सितंबर को दुबई में खेला जाएगा। इसके बाद दोनों टीमों का आमना-सामना सुपर-4 और फाइनल में भी हो सकता है।