एशिया कप: अगरकर बोले – बुमराह की ‘वर्कलोड मैनेजमेंट’ नीति वही रहेगी, फोकस बड़े मैचों पर!

जसप्रीत बुमराह के वर्कलोड मैनेजमेंट को लेकर उठी आलोचनाओं पर मुख्य चयनकर्ता अजीत अगारकर ने मंगलवार को साफ किया कि इस नीति में कोई बदलाव नहीं होगा, क्योंकि टीम चाहती है कि बुमराह हमेशा बड़े मैचों के लिए उपलब्ध रहें।

बुमराह को भारत की 15 सदस्यीय टी20 एशिया कप टीम में शामिल किया गया है। टूर्नामेंट की शुरुआत 9 सितंबर से संयुक्त अरब अमीरात में होगी।

बुमराह ने इंग्लैंड के खिलाफ एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी की पाँच में से सिर्फ तीन टेस्ट मैच खेले थे। उनकी गैरमौजूदगी का कारण वर्कलोड मैनेजमेंट बताया गया था, जिस पर काफी बहस छिड़ गई थी।

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अगारकर ने कहा: “मुझे नहीं लगता कि इस समय कोई लिखित प्लान है। इंग्लैंड सीरीज़ के बाद उन्हें अच्छा ब्रेक मिला। टीम मैनेजमेंट, फिजियो और संबंधित लोग लगातार संपर्क में रहते हैं। यह अभी से नहीं है, चोट से पहले भी हम उन्हें सँभालने की कोशिश करते रहे हैं, क्योंकि हम जानते हैं कि वो कितने कीमती हैं।”

अगारकर ने दो टूक कहा कि बुमराह को बड़े मुकाबलों के लिए बचाकर रखना ही सबसे अहम है।

“हम चाहते हैं कि वो हमेशा बड़े मैचों में खेलें। मुझे पता है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में हर मैच बड़ा होता है, लेकिन वर्ल्ड कप, चैंपियंस ट्रॉफी या इंग्लैंड-ऑस्ट्रेलिया जैसी सीरीज़ का महत्व अलग है। हम चाहते हैं कि वो उन मौकों पर हर हाल में उपलब्ध रहें। तेज़ गेंदबाज़ों पर वैसे भी नज़र रखी जाती है, और बुमराह की पिछले 2-3 सालों की चोटों को देखते हुए हम उन पर और ज़्यादा ध्यान देंगे। यह नीति नहीं बदलेगी — न इस सीरीज़ में, न अगले छह महीनों में।”

अक्टूबर में होने वाली वेस्टइंडीज़ के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज़ के नज़दीक होने पर बुमराह की उपलब्धता पर सवाल उठाए गए थे। लेकिन चयनकर्ताओं ने उन्हें चुना और यह बुमराह का पिछले साल के वर्ल्ड कप के बाद पहला टी20 टूर्नामेंट होगा।

अगारकर ने यह भी स्पष्ट किया कि आने वाले टूर्नामेंट्स में बुमराह का चयन उनकी फिटनेस और बॉडी कंडीशन पर निर्भर करेगा।

“जैसे-जैसे हम आगे बढ़ेंगे, उनकी फिटनेस कैसी है, टीम को उनकी कब ज़रूरत है — यह सब फिजियो और ट्रेनरों से मिलकर तय किया जाएगा। उम्मीद है कि वो ज़्यादातर मौकों पर उपलब्ध रहेंगे।”